हर व्यक्ति को दान-पुण्य जरूर करना चाहिए। लेकिन सभी को अपनी क्षमतानुसार दान करना चाहिए। जब कोई भी व्यक्ति दान करता है, तो इससे दूसरों की मदद होती है और हमारा मन भी संतुष्ट होता है।