शिव तांडव स्त्रोत को रावण तांडव स्त्रोत के नाम से भी जाना जाता है। इस स्त्रोत की रचना रावण द्वारा की गई है। शिव तांडव स्त्रोत में रावण ने 17 श्लोकों से भगवान भोलेनाथ की स्तुति की गई है।