दैत्य शुम्भ, निशुम्भ और रक्तबीज को मारने के लिए मां दुर्गा ने कालरात्रि का रूप लिया था। मां कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है। नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है।