मंदिर की दहलीज भीतर और बाहरी दुनिया के बीच सामंजस्य बनाने का प्रतिनिधित्व करती हैं। मंदिर का दहलीज एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें अद्वितीय ऊर्जा होती है। इससे मंदिर के अंदर किसी भी सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।