ॐ शः शनिश्चराय नमः यह शनि देव का प्रिय मंत्र है। इस मंत्र के नियमित जप से कुंडली में शनि की खराब दशा को सुधार सकते हैं और शनि देव को प्रसन्न करके उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस मंत्र का 23000 हजार जप करना चाहिए।