मलमास को अधिक मास भी कहा जाता है। अधिक मास में दान-पुण्य करने से व्यक्ति को इसका दोगुना फल प्राप्त होता है। इसके साथ ही व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का अंत हो जाता है।