महाभारत काल की द्रौपदी पूर्वजन्म में एक ऋषि कन्या थी। उन्होंने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने कहा था कि उसे अगले जन्म में पांच भारतवंशी पति प्राप्त होंगे।