भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष और रोहिणी नक्षत्र की अष्टमी को भगवान विष्णु ने माता देवकी के गर्भ से कृष्ण के रूप में इस धरती पर अवतार लिया था। इस दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। जन्माष्टमी के मौके पर भगवान श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।