जो व्यक्ति भयमुक्त और रोगमुक्त जीवन चाहता है और अकाल मृत्यु के डर से खुद को दूर रखना चाहता है, उसको भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। यह भगवान शिव का सबसे प्रिय मंत्र है।