जब भी श्रीकृष्ण की छवि सामने आती है, तो उनके हाथ में बांसुरी जरूर दिखती है। श्रीकृष्ण को बांसुरी अत्यंत प्रिय थी और जब भी वह बांसुरी बजाया करते थे, तो गोपियां सुधबुध भूलकर श्रीकृ्ष्ण के पास खिंची चली आती थीं।