अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित होता है। वहीं ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ज्येष्ठ अमावस्या मनाई जाती है। यह ज्येष्ठ मास की आखिरी अमावस्या है। इसके बाद शुक्ल पक्ष की शुरूआत हो जाएगी।