साल में दो बार पुत्रदा एकादशी का व्रत किया जाता है। पुत्रदा एकादशी का पहला व्रत पौष माह में किया जाता है और दूसरा व्रत सावन माह में किया जाता है। सावन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी भी कहा जाता है।