छठ पूजा की शुरूआत निर्जला व्रत से शुरू होता है और अगले दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और फिर आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देना का विधान है। इस दौरान सूर्य देव से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना की जाती है।