धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को महादेव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। असुर के वध के उपलक्ष्य में देवताओं ने स्वर्गलोक में दीप जलाकर दीपावली मनाई थी। जिसको देव दिवाली कहा जाता है।