भगवान दत्तात्रेय त्रिदेव के अंश हैं, जिनकी पूजा करने से व्यक्ति को तीनों देवों की पूजा के समान फल मिलता है। तो वहीं कुछ लोग भगवान दत्तात्रेय को गुरु का रूप भी मानते हैं। हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि को दत्तात्रेय जयंती मनाई जाती है।