कलावे में त्रिदेव यानी की ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। बताया जाता है कि कलावे में त्रिदेव के अलावा त्रिदेवियां भी स्थापित हैं। इसलिए शास्त्रों में कलावा पहनने से लेकर उतारने तक के नियम बताए गए हैं।