सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व माना जाता है। यह एक ऐसी अवधि है, जो पितरों के साथ-साथ हमारे लिए भी बहुत जरूरी होता है। लेकिन ऐसे कई कारण होते हैं, जिसके कारण पितृ दोष लग जाता है। यह दोष काफी कष्टकारी होता है।