वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिन घरों में पॉजिटिव एनर्जी का प्रभाव और संचार बना रहता है। वहां पर हमेशा सुख-समृद्धि औऱ शांति का वास होता है। वहीं जिन घरों में वास्तु दोष होता है, वहां पर निगेटिव ऊर्जा बनी रहती है। जिस कारण घर के सदस्यों को मानसिक अशांति और आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपके घर और इससे आसपास कुछ ऐसी नकारात्मक ऊर्जा है, तो कुछ उपायों के जरिए नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको वास्तु दोष दूर करने के उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
ताजी हवा और धूप आने की व्यवस्था
सूर्य के प्रकाश में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। घर में कुछ ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, जिसमें सुबह और शाम को समय खिड़कियों और दरवाजों को खुला रखना चाहिए। इस तरह से घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर पर ताजी और स्वच्छ हवा आने से घर का वेंटिलेशन अच्छा होता है।
नमक का इस्तेमाल
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अगर घर में किसी तरह का वास्तु दोष होता है, तो इसको दूर करने के लिए नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। घर में सप्ताह में दो बार पानी में नमक डालकर पोंछा लगाना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। वहीं नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए बाथरूम में एक कटोरी में थोड़ा सा नमक किसी कोने में रख दें। इससे घर में फैली नकारात्मकता दूर हो जाती है।
फैले सामानों को व्यवस्थित करें
जिन लोगों के घरों में सामान इधर-उधर फैला और अव्यवस्थित रहता है, वहां पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक देखने को मिलता है। ऐसे में घर में फैले हुए सामान को इधर-उधर नहीं फैलाना चाहिए, बल्कि सभी सामान को व्यवस्थित तरीके से रखना चाहिए और जिन चीजों की जरूरत न हो, उसको हटा देना चाहिए।
घर में रखें ये चीजें
अगर आपके घर का वातावरण सुगंधित रहता है, तो वहां पर सबसे ज्यादा पॉजिटिव ऊर्जा का वास बना रहता है। सुगंध से मन प्रसन्न रहता है और मानसिक तनाव भी कम होता है। ऐसे में घर के कोने में आप किसी तरह का एयर फ्रेशनर या फिर इत्र का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
शांति का वातावरण
बता दें कि घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए घर के सदस्यों को एक-दूसरे से बहस और कठोर भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि जिन घरों में लड़ाई-झगड़े होते हैं, वहां पर नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। घर में शांति बनाए रखने के लिए मंद रोशन, संगीत और आरामदायक फर्नीचर का इस्तेमाल करना चाहिए।