कई बार कड़ी मेहनत के बाद भी लोगों को व्यापार में सफलता नहीं मिल पाती है। हर तरह की कोशिश करने के बाद भी अगर व्यापार में लाभ नहीं मिलता है, तो इसकी एक वजह वास्तु दोष भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक व्यापारिक स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बहुत जरूरी होता है। जोकि समृद्धि और सफलता लाने में सहायता करता है। ऐसे में अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इसके लिए आप कुछ विशेष वास्तु उपाय को आजमा सकते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि व्यापार में वृद्धि के लिए क्या उपाय कर सकते हैं।
उत्तर दिशा
बता दें कि उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा मानी जाती है। इसलिए यहां पर हरे रंग के तोते की तस्वीर या फिर हरियाली से जुड़ा प्रतीक लगाएं। यह उपाय करने से बुध ग्रह को बल मिलता है, जोकि व्यापारिक निर्णयों में सहायक होता है।
व्यापार वृद्धि यंत्र
वास्तु में यंत्रों की पूजा करना शुभ माना जाता है। व्यापार में लाभ के लिए व्यापार वृद्धि यंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करनी चाहिए और इसकी नियमित पूजा करनी चाहिए।
मुख्य द्वार और तिजोरी की दिशा
ऑफिस या दुकान का मुख्य द्वार उत्तर-पूर्व, उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए। वहीं तिजोरी या कैश काउंटर को भी उत्तर दिशा में रखना चाहिए।
रंगों का प्रभाव
ऑफिस के लिए क्रीम, सफेद या हल्के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। यह रंग सकारात्मकता को बढ़ाते हैं और मानसिक शांति देते हैं।
बैठने की दिशा
व्यवसायी का कक्ष दक्षिण-पश्चिम में हों और बैठने की दिशा उत्तर में होनी चाहिए। वहीं ध्यान रखना चाहिए कि पीछे की दीवार ठोस होनी चाहिए।
श्वेतार्क गणपति की स्थापना
अपनी दुकान या ऑफिस में श्वेतार्क गणपति और एकाक्षी श्रीफल को स्थापित करके इसकी नियमित पूजा करना चाहिए। वहीं सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग लगाकर प्रसाद वितरित करें।
धातु का कछुआ
व्यापारिक स्थान पर धातु से बना कछुआ रखने से धन और सफलता के योग बनते हैं। इस उपाय को करने से रुके हुए कार्यों को गति मिलती है।