वास्तु के मुताबिक घर में मौजूद गलत संरचना या बनावट न सिर्फ व्यक्ति बल्कि पूरे घर को प्रभावित करती है। इससे घर में निगेटिव एनर्जी बढ़ती है और वास्तु के मुताबिक पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती है, उस स्थान को ईशान दिशा कहा जाता है। घर में यह जगह ईशान कोण कही जाती है। वास्तु के मुताबिक ईशान कोण पर देवताओं और आध्यात्मिक शक्तियां निवास करती हैं। ईशान कोण घर का सबसे पवित्र कोना माना गया है।
भगवान भोलेनाथ भी उत्तर पूर्व दिशा में रहते हैं और उनका एक नाम ईशान भी है। इसलिए ईशान कोण दिशा को ऊर्जा का स्त्रोत और शक्तिशाली माना गया है। बृहस्पति देव और मोक्षदायी केतु भी इसी दिशा में रहते हैं। इसलिए यह कोण अधिक शुभ माना जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस कोण के गलत संरचना का कैसे नुकसान उठाना पड़ सकता है।
धन हानि
अगर यह कोण ऊंचा हो तो धन की हानि होती है और उन्नति रुक जाती है। ईशान कोण में उत्तरी दिशा की लंबाई घटने से मकान की गृहस्वामिनी को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। यह दिशा अस्वस्थ, भारी और सूखा आदि हो, तो गृहस्वामिनी को उन्नति के समान धनवृद्धि नहीं हो पाती है।
गंदगी
अगर इस कोण में नगर निकासी, शौचालय या कोई अन्य गंदगी होती है, तो जातक को धन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्नति में बाधा आती है। इस कोण में सेप्टिक टैंक होने से भी धन हानि होती है। इस दोष को दूर करने के लिए आप टैंक के ढक्कन को लाल रंग से रंगे। इससे दोष का प्रभाव काफी हद तक कम हो जाता है।
टॉयलेट
इस कोण में टॉयलेट होने पर जातक का जीवन तबाह हो जाता है। धन हानि होती है और उन्नति रुक जाती है। इस दोष को दूर करने के लिए उपाय के तौर पर दर्पण लगाना शुभ होता है। इसके अलावा आप पानी से भरा बर्तन रख सकते हैं या फिर फिश एक्वेरियम रखना चाहिए।
सीढ़ियां
इस कोण में सीढ़ियां होने से कर्जवृद्धि होती है और आर्थिक तंगी आती है। अगर यह कोण कट जाए या घट जाए, तो भयंकर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। इस कोण में किचन, सीढ़ियां और कबाड़खाना आदि होने पर भी आर्थिक तंगी बनी रहती है। इसके अलावा इस कोण में सीढ़ी, पानी की टंकी और शौचालय आदि नहीं होना चाहिए।
करें ये उपाय
कैलाश पर्वत की तस्वीर
बता दें कि इस कोण को अन्य सभी कोण से नीचे रखना चाहिए। यह बड़ा, हल्का खुला, साफ और सुगंधयुक्त होना चाहिए। बर्फ से ढके कैलाश पर्वत पर साधना मुद्रा में महादेव, जिनके भाल पर चंद्र और जटा से गंगाजी निकल रही हों। ऐसी तस्वीर लगानी चाहिए।
पक्षियों की तस्वीर
इसके बुरे प्रभाव से बचने के लिए गुरु यंत्र की स्थापना कर सकते हैं। बड़ा शीशा लगाया जा सकता है। या फिर भोजन की तलाश में उड़ते पक्षियों की तस्वीर लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा कम होती है।