अधिकतर घरों में लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना की जाती है। लड्डू गोपाल की पूजा के दौरान कई नियमों का ध्यान रखा जाता है। वहीं सनातन धर्म में भी लड्डू गोपाल की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। ठीक इसी तरह से राधा रानी की पूजा-अर्चना और सेवा का विशेष महत्व होता है। ऐसे में अगर आप लड्डू गोपाल के साथ राधा रानी की स्थापना का मन बना रहे हैं, तो इससे पहले कुछ नियमों के बारे में जानकारी लेना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में...
ऐसे करें स्थापित
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक राधा रानी को हमेशा लड्डू गोपाल के साथ रखा जाना चाहिए। क्योंकि श्री कृष्ण की पूजा राधा रानी के बिना अधूरी मानी जाती है। ध्यान रखना चाहिए कि लड्डू गोपाल की मूर्ति के दाएं हाथ की तरफ ही देवी राधा को स्थापित करना चाहिए।
कैसी होनी चाहिए प्रतिमा
यदि आपके घर में भगवान श्रीकृष्ण लड्डू गोपाल के रूप में विराजमान हैं, तो फिर आपको अपने घर में राधा रानी के बाल स्वरूप को स्थापित करना चाहिए। वहीं यदि आप अपने घर में युवा स्वरूप वाले श्रीकृष्ण को रखते हैं, तो देवी राधी की युवती प्रतिमा घर में स्थापित करें।
ध्यान रखें कुछ जरूरी नियम
अगर आपने घर में लड्डू गोपाल और राधा रानी दोनों को विराजमान किया है, तो पहले श्रीराधा रानी की पूजा-सेवा करनी चाहिए और फिर इसके बाद में लड्डू गोपाल की सेवा करें। क्योंकि मान्यता के मुताबिक राधा रानी की सेवा करने से लड्डू गोपाल जल्द प्रसन्न होते हैं।
घर में लगाएं ऐसी तस्वीर
कुछ लोग अपने घर में श्रीकृष्ण की तस्वीर लगाते हैं। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक घर में कभी भी राधा रानी के बिना श्रीकृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर को नहीं स्थापित करना चाहिए। हमेशा घर में राधा-कृष्ण की तस्वीर लगानी चाहिए।