हिंदू धर्म में नवरात्रि का पावन पर्व मां दुर्गा की पूजा-उपासना के लिए समर्पित होता है। धार्मिक मान्यता है कि मां दुर्गा की पूजा-उपासना करने से जातक के जीवन से दुख और परेशानी दूर होती है, और व्यक्ति को साहस और धैर्य मिलता है। लोग मां दुर्गा की पूजा विधिविधान से करते हैं। वहीं धार्मिक परंपराओं में बताया गया है कि अगर प्रतिदिन देवी मां के 108 नामों का जाप किया जाए, तो जातक के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
बता दें कि अगर घर में कलह या फिर परिवार के लोग लगातार बीमार रहते हैं, तो इससे मुक्ति पाने के लिए मां भगवती के नामों का स्मरण करना शुभ माना गया है। मां भगवती के 108 नामों को दुर्गा अष्टोत्तर शतनामावली कहा जाता है।
देवी दुर्गा की अष्टोत्तर शतनामावली
श्री ॐ श्रियै नमः।
उमा ॐ उमायै नमः।
भारती ॐ भारत्यै नमः।
भद्रा ॐ भद्रायै नमः।
शर्वाणी ॐ शर्वाण्यै नमः।
विजया ॐ विजयायै नमः।
जया ॐ जयायै नमः।
वाणी ॐ वाण्यै नमः।
सर्वगताय ॐ सर्वगतायै नमः।
गौरी ॐ गौर्यै नमः।
वाराही ॐ वाराह्यै नमः।
कमलप्रिया ॐ कमलप्रियायै नमः।
सरस्वती ॐ सरस्वत्यै नमः।
कमला ॐ कमलायै नमः।
माया ॐ मायायै नमः।
मातंगी ॐ मातंग्यै नमः।
अपरा ॐ अपरायै नमः।
अजा ॐ अजायै नमः।
शांकभर्या ॐ शांकभर्यै नमः।
शिवा ॐ शिवायै नमः।
चण्डी ॐ चण्डयै नमः।
कुण्डलिनी ॐ कुण्डल्यै नमः।
वैष्णवी ॐ वैष्णव्यै नमः।
क्रिया ॐ क्रियायै नमः।
श्री ॐ श्रियै नमः।
इन्दिरा ॐ ऐन्द्रयै नमः।
मधुमती ॐ मधुमत्यै नमः।
गिरिजा ॐ गिरिजायै नमः।
सुभगा ॐ सुभगायै नमः।
अम्बिका ॐ अम्बिकायै नमः।
तारा ॐ तारायै नमः।
पद्मावती ॐ पद्मावत्यै नमः।
हंसा ॐ हंसायै नमः।
पद्मनाभसहोदरी ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नमः।
अपर्णा ॐ अपर्णायै नमः।
ललिता ॐ ललितायै नमः।
धात्री ॐ धात्र्यै नमः।
कुमारी ॐ कुमार्यै नमः।
शिखवाहिन्यै ॐ शिखवाहिन्यै नमः।
शाम्भवी ॐ शाम्भव्यै नमः।
सुमुखी ॐ सुमुख्यै नमः।
मैत्र्यै ॐ मैत्र्यै नमः।
त्रिनेत्रा ॐ त्रिनेत्रायै नमः।
विश्वरूपा ॐ विश्वरूपिण्यै नमः।
आर्या ॐ आर्यायै नमः।
मृडानी ॐ मृडान्यै नमः।
हींकार्यै ॐ हींकार्यै नमः।
क्रोधिन्यै ॐ क्रोधिन्यै नमः।
सुदिनायै ॐ सुदिनायै नमः।
अचल ॐ अचलायै नमः।
सूक्ष्म ॐ सूक्ष्मायै नमः।
परात्परायै ॐ परात्परायै नमः।
शोभा ॐ शोभायै नमः।
सर्ववर्णा ॐ सर्ववर्णायै नमः।
हरप्रिया ॐ हरप्रियायै नमः।
महालक्ष्मी ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
महासिद्धि ॐ महासिद्धयै नमः।
स्वधा ॐ स्वधायै नमः।
स्वाहा ॐ स्वाहायै नमः।
मनोन्मनी ॐ मनोन्मन्यै नमः।
त्रिलोकपालिनी ॐ त्रिलोकपालिन्यै नमः।
उद्भूता ॐ उद्भूतायै नमः।
त्रिसन्ध्या ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः।
त्रिपुरान्तक्यै ॐ त्रिपुरान्तक्यै नमः।
त्रिशक्त्यै ॐ त्रिशक्त्यै नमः।
त्रिपदायै ॐ त्रिपदायै नमः।
दुर्गा ॐ दुर्गायै नमः।
ब्राह्मी ॐ ब्राह्मयै नमः।
त्रैलोक्यवासिनी ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नमः।
पुष्करा ॐ पुष्करायै नमः।
अत्रिसुता ॐ अत्रिसुतायै नमः।
गूढ़ा ॐ गूढ़ायै नमः।
त्रिवर्णा ॐ त्रिवर्णायै नमः।
त्रिस्वरा ॐ त्रिस्वरायै नमः।
त्रिगुणा ॐ त्रिगुणायै नमः।
निर्गुणा ॐ निर्गुणायै नमः।
सत्या ॐ सत्यायै नमः।
निर्विकल्पा ॐ निर्विकल्पायै नमः।
निरन्जना ॐ निरंजिन्यै नमः।
ज्वालिन्यै ॐ ज्वालिन्यै नमः।
मालिनी ॐ मालिन्यै नमः।
चर्चायै ॐ चर्चायै नमः।
क्रव्यादोप निबर्हिण्यै ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नमः।
कामाक्षी ॐ कामाक्ष्यै नमः।
कामिन्यै ॐ कामिन्यै नमः।
कान्ता ॐ कान्तायै नमः।
कामदायै ॐ कामदायै नमः।
कलहंसिनी ॐ कलहंसिन्यै नमः।
सलज्जा ॐ सलज्जायै नमः।
कुलजा ॐ कुलजायै नमः।
प्राज्ञा ॐ प्राज्ञ्यै नमः।
प्रभा ॐ प्रभायै नमः।
मदनसुन्दरी ॐ मदनसुन्दर्यै नमः।
वागीश्वरी ॐ वागीश्वर्यै नमः।
विशालाक्षी ॐ विशालाक्ष्यै नमः।
सुमङ्गली ॐ सुमंगल्यै नमः।
काली ॐ काल्यै नमः।
महेश्वरी ॐ महेश्वर्यै नमः।
चण्डी ॐ चण्ड्यै नमः।
भैरवी ॐ भैरव्यै नमः।
भुवनेश्वरी ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।
नित्या ॐ नित्यायै नमः।
सानन्दविभवायै ॐ सानन्दविभवायै नमः।
सत्यज्ञाना ॐ सत्यज्ञानायै नमः।
तमोपहा ॐ तमोपहायै नमः।
महेश्वरप्रियंका ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नमः।
महात्रिपुरसुन्दरी ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः।
दुर्गापरमेश्वर्यै ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नमः।