खाटू श्याम को लेकर श्रद्धालुओं में गहरी आस्था और विश्वास है। देशभर में खाटू श्याम बाबा के कई मंदिर हैं। जिनमें से राजस्थान के सीकर जिले में खाटू श्याम का फेमस मंदिर हैं। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और बर्बरीक की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि द्वापर युग में खाटू श्याम ने जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण से वरदान प्राप्त किया था कि वह कलयुग में उनके नाम श्याम से पूजे जाएंगे। इस वजह से कलियुग में उनको बाबा खाटू श्याम के नाम से जाना जाता है।
खाटू श्याम मंदिर के पास एक कुंड है, जिसको श्याम कुंड के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से व्यक्ति को भगवान खाटू श्याम का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पुण्य फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको खाटू श्याम कुंड से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताने जा रहे हैं।
खाटू श्याम मंदिर के पास श्याम कुंड है। धार्मिक मान्यता है इस कुंड में स्नान करने से जातक को पुण्य की प्राप्ति होती है। इससे व्यक्ति को बाबा खाटू श्याम की कृपा प्राप्त होती है। वहीं जातक को सभी तरह के पापों से छुटकारा मिलता है। श्याम बाबा कुंड का संबंध बाबा श्याम से बताया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण को इस जगह पर बाबा श्याम ने अपना शीश दान में दिया था। इस वजह से वह शीश के दानी कहलाए थे। फिर इसी जगह पर बाबा श्याम का सिर अवतरित हुआ था। इसलिए इस कुंड में स्नान करने का खास महत्व होता है।
ऐसे पहुचें श्याम कुंड
सड़क मार्ग
अगर आप श्याम कुंड जाने की और वहां पर स्नान करने का प्लान कर रहे हैं, तो सबसे पहले जयपुर आएं। यहां से बस या टैक्सी के जरिए रींगस पहुंचे। बता दें कि रींगस से खाटू श्याम मंदिर करीब 17 किमी दूर है। इस मंदिर के पास ही श्याम कुंड है।
रेल मार्ग
आप चाहें तो रेल मार्ग से भी श्याम कुंड पहुंच सकते हैं। यहां पर नजदीक रींगस रेलवे स्टेशन है। यहां पर आप बस या कैब की मदद से श्याम कुंड आसानी से पहुंच सकते हैं।
वहीं सड़क और रेल मार्ग के अलावा आप हवाई जहाज से भी यहां पर पहुंच सकते हैं। यहां पर पास में जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। जहां से आप बस या कैब करके श्याम कुंड पहुंच सकते हैं।