भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भगवान श्रीराम के मंदिर मौजूद हैं। यहां तक कि भगवान राम के परिवार के किसी न किसी सदस्य का मंदिर देश-विदेश में मिल जाएगा। लेकिन क्या भगवान राम के पुत्रों के मंदिर के बारे में आपने सुना है। बता दें कि भारत में ऐसा कोई मंदिर नहीं है, जहां पर लव-कुश की पूजा-अर्चना होती है। लेकिन पाकिस्तान में लव का मंदिर स्थापित है। जहां पर लव ने अपने प्राण त्यागे थे। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको पाकिस्तान के लाहौर में मौजूद लव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, साथ ही इस मंदिर से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
पाकिस्तान में लव मंदिर
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लौहार में भगवान श्रीराम के पुत्र लव का मंदिर है। यह मंदिर लाहौर किले के अंदर स्थापित है। वर्तमान समय में यह मंदिर खंडहर का रूप ले चुका है। लेकिन जब पाकिस्तान भारत की हिस्सा हुआ करता था, तब इस मंदिर में हिंदू और सिख पूजा-अर्चना किया करते थे। बता दें कि यह वही स्थान है, जहां पर श्रीराम के पुत्र लव ने अपने प्राण त्यागे थे।
इस मंदिर का रहस्य
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जिस जगह पर लव मंदिर है, उसी जगह पर श्रीराम के पुत्र लव ने अपने प्राण त्यागे थे। लव ने खुद को अपनी मां सीता की तरह पृथ्वी में ध्यानांत्रित कर लिया था। बाद में इसी स्थान पर लवपुरी की प्रजा ने मंदिर का निर्माण कराया था। तभी से यह मंदिर यहां पर स्थापित है, हालांकि अब इस मंदिर में कोई पूजा-अर्चना नहीं होती है।
लाहौर में था लवपुरी राज्य
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक आज जिस स्थान को लाहौर का जाता है, वह कभी लवपुरी के नाम से जाना जाता था। यह वही स्थान है, जहां पर भगवान श्रीराम के पुत्र लव का साम्राज्य कहलाया था। बताया जाता है कि जब श्रीराम के अपने धाम लौटने का समय आया, तब उन्होंने इस स्थान को लवपुरी नाम दिया। वहीं यह साम्राज्य अपने पुत्र लव को सौंप दिया। हालांकि कहा जाता है कि बाद में मगलों के भारत पर शासन करने के समय अन्य जगहों की तरह लवपुरी का नाम बदलकर लाहौर रख दिया गया था।