शिवलिंग भगवान शिव का निराकार स्वरूप माना जाता है। शिवलिंग की पूजा करने से मन को शांति मिलती है और आध्यात्मिक उन्नति होती है। शिवलिंग की पूजा से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और जातक पर अपनी कृपा बरसाते हैं। वैसे तो रोजाना भगवान शिव की पूजा करना जातक को उन्नति की ओर ले जाता है। वहीं सावन, सावन सोमवार और प्रदोष व्रत आदि तिथियों पर शिवलिंग का पूजन करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
साथ ही भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति और जीवन में सुख-समृद्धि के लिए शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र और फूल आदि चढ़ाते हैं। बता दें कि ठीक इसी तरह शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने भी शुभ और लाभकारी माना जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने के क्या लाभ मिलते हैं।
पंचामृत अर्पित करने के लाभ
दूध और दही पंचामृत की प्रमुख सामग्रियां हैं, जोकि ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा से संबंधित मानी जाती है। ज्योतिष में चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक माना जाता है। ऐसे में शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से मन शांत होता है और मानसिक तनाव भी कम होता है। पंचामृत चढ़ाने से नकारात्मक विचार और भावनाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को आंतरिक शांति मिलती है। इससे जीवन में सकारात्मकता महसूस होती है।
पंचामृत में घी का भी इस्तेमाल किया जाता है, जोकि शुक्र ग्रह से संबंधित होता है। शुक्र ग्रह को धन, वैभव और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। शिवलिंग पर घी युक्त पंचामृत चढ़ाने से धन-धान्य में वृद्धि होती है। व्यापार और करियर में सफलता मिलती है और आर्थिक स्थिति में मजबूती आती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है।
पंचामृत में शहद भी शामिल किया जाता है, जोकि स्वास्थ्य और दीर्घायु का प्रतीक है। शहद का संबंध सूर्य से माना जाता है, जोकि जीवन शक्ति और आरोग्य का प्रतीक होता है। शिवलिंग पर शहद युक्त पंचामृत चढ़ाने से जातक को रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वस्थ जीवन जीता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
पंचामृत में शक्कर या मिश्री को भी शामिल किया जाता है। जोकि रिश्ते में मिठास और आपसी प्रेम का प्रतीक है। ज्योतिष में शक्कर का संबंध शुक्र ग्रह से होता है। शिवलिंग पर शक्कर युक्त पंचामृत चढ़ाने से पारिवारिक संबंधों में मधुरता आती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। इससे दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।
बता दें कि पंचामृत की हर सामग्री अपनी विशेष ऊर्जा और महत्व रखती है। इन पांचों के मिश्रण से एक ऊर्जा उत्पन्न होती है, जोकि शक्तिशाली मानी जाती है। शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। यह जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाने और मोक्ष की प्राप्ति में भी सहायक होते हैं। जिससे जातक आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ता है।