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Prayagraj Famous Temple: प्रयागराज में लेटे हनुमान जी मंदिर के दर्शन के बिना अधूरा माना जाता है महाकुंभ संगम स्नान

By Astro panchang | Feb 06, 2025

महाकुंभ की शुरूआत 13 जनवरी से हुई है। वहीं 26 फरवरी 2025 को इसका समापन होगा। महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का आखिरी अमृत स्नान होगा। महाकुंभ में संगम के किनारे लेटे हुए हनुमान जी मंदिर में श्रद्धालुओं की खास भीड़ देखने को मिल रही है। प्रयागराज में लेटे हुए हनुमान मंदिर का विशेष महत्व है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको प्रयागराज के लेटे हनुमान मंदिर की मान्यता के बारे में बताने जा रहे हैं।

ऐसे में अगर आप भी महाकुंभ जा रहे हैं, तो संगम में स्नान करने के बाद लेटे हनुमान जी के दर्शन जरूर करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, लेटे हनुमान जी के दर्शन न करने से संगम स्नान का पूर्ण फल नहीं मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह मंदिर इतना फेमस क्यों है। तो आइए इस मंदिर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में...

लेटे हनुमान मंदिर की मान्यता
बता दें कि यूपी के प्रयागराज में संगम किनारे लेटे हनुमान मंदिर है। यह मंदिर काफी फेमस है और इस मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा लेटी हुई मुद्रा में है। बताया जाता है कि जब भी यहां पर बाढ़ आती है, तो इस मंदिर में पानी भर जाता है और हनुमान जी गंगा स्नान करते हैं।

लेटे हनुमान मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जहां पर लेटे हनुमान जी की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि संगम में स्नान का पूर्ण फल पाने के लिए लेटे हनुमान जी के दर्शन जरूर करना चाहिए।

धार्मिक मान्यता है कि इस मंदिर में लेटे हनुमान जी के दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही जीवन में आने वाले सभी दुखों और संकट से छुटकारा मिलता है। मंगलवार और शनिवार के दिन इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। मुराद पूरी होने पर हनुमान जी को झंडा निशान चढ़ाते हैं। वहीं हनुमानजी की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।

ऐसे पड़ा लेटे हनुमान मंदिर का नाम
इस मंदिर के बारे में बताया जाता है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद हनुमान जी लौट रहे थे। इस दौरान जब उनको थकान महसूस हुई, तो मां सीता के कहने पर वह संगम के किनारे लेट गए। इस कारण इस जगह पर लेटे हनुमान मंदिर बनवाया गया। इस मंदिर की यह खासियत है कि जब मंदिर में गंगाजी प्रवेश करती हैं, तो हनुमान जी की प्रतिमा जल में डूब जाती है।
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