हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान दीपक जलाना सबसे शुभ और पवित्र कार्य माना जाता है। दीपक न सिर्फ अंधकार मिटाता है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा, ज्ञान और प्रकाश का भी प्रतीक माना जाता है। धार्मिक शास्त्रों में पूजा के दौरान दीपक जलाने की परंपरा को विशेष महत्व दिया जाता है। दीपक जलाने से घर में शुभता बनी रहती है और अगर आप घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाती हैं, तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
ऐसे में हमारे मन में एक बड़ा सवाल आता है कि पूजा में किस धातु का दीपक जलाना शुभ होता है। वहीं किस धातु के दीपक के इस्तेमाल से बचना चाहिए। आमतौर पर पूजा में लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल वर्जित माना जाता है। वहीं पूजा में भी लोहे के दीपक का इस्तेमाल करने की मनाही होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि पूजा में लोहे के दीपक का इस्तेमाल क्यों नहीं करना चाहिए।
क्यों शुभ नहीं माना जाता लोहे का दीपक
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक लोहे को शनि देव का धातु माना जाता है और यह शुद्ध धातु नहीं माना जाता है। माना जाता है कि अगर आप लोहे के दीपक से पूजा या आरती करती हैं, तो इससे नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित हो सकती हैं। वहीं जब पूजा में लोहे का दीपक जलाया जाता है, तो इससे पूजा का शुद्ध वातावरण भी प्रभावित होता है और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में बाधा आती है। इसी वजह से किसी भी पूजा में लोहे के दीपक का इस्तेमाल करना वर्जित होता है।
ज्योतिषीय कारण
ज्योतिष शास्त्र में लोहा शनिदेव से जुड़ा माना जाता है। शनि को न्याय का देवता माना गया है, लेकिन इसकी ऊर्जा कठोर और भारी मानी जाती है। मान्यता है कि पूजा में लोहे का दीपक जलाने से शनि का प्रभाव बढ़ सकता है। जिससे जीवन में आर्थिक समस्याएं और मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है। इसलिए भी पूजा में लोहे का दीपक जलाना शुभ नहीं माना जाता है।
कौन सी धातु का दीपक पूजा के लिए शुभ
किसी भी पूजा के लिए सबसे ज्यादा शुभ पीतल का दीपक माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक होता है। वहीं तांबे के दीपक का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे जातक की शुद्धता बनी रहती है। वहीं लक्ष्मी पूजन के लिए चांदी के दीपक का इस्तेमाल करना भी शुभ माना जाता है। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सकारात्मकता आती है और मिट्टी के दीपक का पूजा में इस्तेमाल शुभ माना जाता है।
अगर आप पूजा के लिए सही दीपक का चुनाव कर रही हैं, तो ध्यान रखें कि पूजा में कभी भी लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसी कारण से लोहे के दीपक का इस्तेमाल भी वर्जित है।