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Famous Temple: इन मंदिरों में दर्शन मात्र से पति-पत्नी के बीच कलेश होता है खत्म, जानिए क्या हैं मान्यताएं

By Astro panchang | May 21, 2025

भारत में ऐसे अनेकों मंदिर हैं, जहां की अलग-अलग मान्यताएं हैं। देश में कुछ ऐसे खास मंदिर हैं, जिनकी पौराणिक मान्यताओं की वजह से सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। फिर चाहे त्योहार हो या फिर ऑफ सीजन हो। इन मंदिरों में कभी भी श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं होती है। ऐसे में आज हम आपको भारत के उन चार मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में मान्यता है कि यहां पर यदि पति-पत्नी आते हैं। तो दर्शन मात्र से उनके जीवन का कलेश दूर हो जाता है। इसलिए इन मंदिरों में दर्शन करने से वैवाहिक जीवन में सुख-संपन्नता आती है।

रणथंभोर का त्रिनेत्र गणेश मंदिर
रणथंभोग का त्रिनेत्र गणेश मंदिर तब सुर्खियों में आया जब बॉलीवुड कपल विक्की कौशल और कैटरीना कैफ अपनी शादी से पहले इस मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। माना जाता था कि मंदिर को पहला शादी का निमंत्रण भगवान गणेश जी का आशीर्वाद लेने के लिए भेजा जाता है।

धार्मिक मान्यता है कि यह दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां पर हिंदू देवता की मूर्ति अपने परिवार के सदस्यों के साथ स्थापित है। यह इस क्षेत्र का सबसे प्रचीन मंदिरों में से एक है। जिसका इतिहास सदियों पुराना है। मान्यता है कि जो भी जोड़े यहां दर्शन के लिए आते हैं, उनकी जिंदगी के कलेश कम हो जाते हैं।

तिरुपति मंदिर
तिरुपति मंदिर भी उन जोड़ों को भी आकर्षित करता है, जो शादी करना चाहते हैं या फिर शादी के बाद खुशहाल जिंदगी जीना चाहते हैं। साल 2017 में मंदिर बोर्ड ने एक अनोखी पहल शुरू की। जिसमें जोड़े डाक द्वारा भगवान तिरुपति को निमंत्रण पत्र देकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

वहीं मंदिर के अधिकारी जोड़े को थालंब्रालु भेजते हैं, जोकि आशीर्वाद का प्रतीक होते हैं। बता दें कि यह निशुल्क सेवा है और नवविवाहितों द्वारा भी लाभ उठाया जाता है। ऐसे में अगर आपके शादीशुदा जीवन में कलेश है, तो एक बार आपको इस मंदिर में आकर दर्शन करना चाहिए।

गुरुवायुर मंदिर
केरल के गुरुवायुर मंदिर में दुनियाभर से लोग दर्शन के लिए आते हैं। जिसमें कई जोड़े भी शामिल होते हैं। सबसे पहले जोड़े यहां आकर शादी से पहले आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। यह मंदिर एक पसंदीदा विवाह स्थल भी बना हुआ है। माना जाता है कि जो भी जोड़ा यहां शादी करता है, उसको लंबे और सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है।

हालांकि नवविवाहितों को शादी के फौरन बाद मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होती है। लेकिन अगर आप शादी करने जा रहे हैं, तो उन जोड़ों के लिए यह मंदिर हमेशा खुला रहता है। गुरुवायुर मंदिर हिंदू देवता भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। माना जाता है कि मुख्य मूर्ति की पूजा भगवान श्रीकृष्ण के माता-पिता वासुदेव और देवकी ने द्वारका में की थी। 

त्रियुगी नारायण मंदिर
उत्तराखंड के त्रियुगी गांव में त्रियुगी नारायण मंदिर स्थित है। माना जाता है कि यह वो मंदिर है, जहां पर भगवान शिव और मां पार्वती की शादी हुई थी। इसलिए नवविवाहितों के साथ शादी की योजना बनाने वालों के लिए काफी पवित्र माना जाता है। वहीं यह मंदिर कपल्स के लिए हमेशा खुला रहता है। साथ ही नवविवाहित भी मंदिर में आशीर्वाद लेने और उनको शादी में आमंत्रित करने के लिए आते हैं। माना जाता है कि जिन जोड़ों का विवाहित जीवन सही नहीं चल रहा है, वह भी मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं।
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