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दिवाली पर माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते तो हैं करें ये काम, जानें दिवाली 2020 शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

By Astro panchang | Nov 06, 2020

हिन्‍दू धर्म में दीपावली पर्व का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली के रूप में मनाते हैं।  इस बार दिवाली 14 नवंबर (शनिवार) को मनाई जाएगी। इस दिन घरों, दुकानों और दफ्तरों को दीयों और फूलों से सजाया जाता है और माँ लक्ष्मी और भगवन गणेश की विशेष रूप से पूजा की जाती है। दिवाली के दिन शाम के समय माँ लक्ष्मी की पूजन का विशेष महत्व है। माँ लक्ष्मी को धन और वैभव की देवी माना जाता है इसलिए सभी भक्त दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करते हैं और धन-समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं। आज के इस लेख में हम आपको लक्ष्मी पूजा 2020 शुभ मुहूर्त और लक्ष्मी पूजन विधि की जानकारी देंगे। इसके साथ ही आज हम आपको बताएंगे कि दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए -  

लक्ष्मी पूजा 2020 शुभ मुहूर्त -
अमावस्या की तिथि - 14 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से लेकर 15 नवंबर को सुबह 10 बजकर 36 मिनट तक  
पूजा का शुभ मुहूर्त - 14 नवंबर को शाम 05 बजकर 28 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 24 मिनट तक  
प्रदोष काल - शाम 05 बजकर 27 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 07 तक  

लक्ष्मी पूजन की विधि -
लक्ष्‍मी पूजन के लिए मंदिर या पूजन स्थल को गंगाजल से साफ करें।  इसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछाएं और इस पर चावल के आटे से रंगोली बनाएं।  अब इस पर माता लक्ष्मी और भगवान श्रीगणेश की मूर्तियां इस प्रकार रखें कि लक्ष्मी की दाईं दिशा में श्रीगणेश रहें और उनका मुख पूर्व दिशा की ओर रहे।  इसके दाईं या बाईं ओर एक मुट्ठी अनाज रखें।

इसके बाद एक कलश लें और उसे पानी, एक सुपारी, गेंदे का एक फूल, सिक्के और चावल से भरें। अब इस कलश पर एक नारियल लाल कपड़े में लपेट कर इस प्रकार रखें कि उसका केवल अग्रभाग ही दिखाई दे। नारियल के चारों ओर आम के 5 पत्‍ते लगाएं।  

अब दो बड़े दीपक लेकर एक में घी और दूसरे में तेल भरकर रखें। एक को मूर्तियों के चरणों में और दूसरे को चौकी की दाईं तरफ रखें।  एक दीपक भगवान गणेश के चरणों में रखें।  

अब माँ लक्ष्मी और गणेश जी के माथे पर हल्दी-कुमकुम का तिलक लगाएं और अक्षत चढ़ाएं।  फिर शुभ मुहूर्त के समय जल, मौली, अबीर, चंदन, गुलाल, चावल, धूप, बत्ती, गुड़, फूल, धानी, नैवेद्य आदि लेकर सबसे पहले पवित्रीकरण करें। अब तेल से भरे न्यूनतम  26 दीपक जलाएं।    

इसके बाद अपने व्‍यापार या पेशे से जुड़े बही-खातों और कलम आदि की पूजा कर नए लिखने की शुरुआत करें।  

अब माँ लक्ष्मी का आह्वान करें और उन्‍हें फूल और चावल अर्पित करें।  देवी को फल और मिठाई का भोग लगाएं और उनके सामने नारियल, पान के पत्‍ते पर सुपारी रखें।  इसके बाद गणेशजी, लक्ष्मीजी व अन्य देवी-देवताओं का विधिवत षोडशोपचार पूजन, श्री सूक्त, लक्ष्मी सूक्त व पुरुष सूक्त का पाठ करें और आरती उतारें।

पूजा के बाद दीपक घर के कमरों में, तिजौरी के पास, आंगन और घर के सभी कोनों पर जलाकर रखें।

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दिवाली के दिन करें ये काम
दिवाली के दिन घर की अच्छी तरह से सफाई करें विशेषकर मुख्य द्वार को अच्छी तरह से साफ करें। शास्त्रों के अनुसार स्वच्छ और पवित्र जगहों पर ही माँ लक्ष्मी का वास होता है इसलिए दिवाली के दिन घर की साफ-सफाई करनी चाहिए।

दिवाली के दिन घर के बाहर रंगोली अवश्य बनाएं।  हिंदू धर्म में रंगोली को बहुत शुभ माना जाता है। माँ लक्ष्मी के स्वागत के लिए रंग-अबीर से रंगोली बनाएँ।    

दिवाली के दिन घर के साथ-साथ अपने तन और मन की स्वच्छता पर भी ध्यान दें।  इस दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए।  सुबह नहाकर साफ कपड़े पहनने के  बाद पूजा करें।  

दिवाली के दिन घर के बड़े सदस्यों का सम्मान करना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।  

दिवाली के दिन भूलकर भी ना करें ये काम
दीपावली के दिन भूलकर भी घर पर किसी से भी लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार जिस घर में कलह होती है वहाँ पर माँ लक्ष्मी का वास नहीं होता है।

दिवाली के दिन कभी भी शाम के समय सोना नहीं चाहिए। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी में प्रवेश नहीं करती हैं और घर में दरिद्रता आती है।

दिवाली के दिन भूलकर भी माँस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और घर में गरीबी और दरिद्रता आती है।

दिवाली के दिन किसी को पैसा उधार नहीं देने चाहे। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं और घर में दरिद्रता आती है।  

दिवाली के दिन के दिन भूलकर भी झाड़ू को पैर ना मारें और ना ही झाड़ू को खड़ा करके रखें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी का अपमान होता है और लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं।
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