भारत की संत परंपरा में संत-महात्माओं की वाणी हमेशा से लाखों लोगों का मार्गदर्शन करती रही हैं। इन्हीं में से एक प्रेमानंद जी महाराज हैं। प्रेमानंद जी महाराज ने अपनी सरल भाषा, वचनों और गहन ज्ञान की वजह से लाखों भक्तों के हृदय में विशेष स्थान बनाया है। हाल ही में सत्संग के दौरान एक भक्त ने प्रेमानंद जी महाराज से एक बेहद अहम सवाल पूछा कि क्या बिस्तर पर बैठकर नाम जप किया जा सकता है। भक्त के इस प्रश्न पर प्रेमानंद जी महाराज ने बेहद सरल, लेकिन गहरी बात कही। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्या बिस्तर पर बैठकर नाम पर करना सही है या गलत।
बिस्तर पर बैठकर नाम जप करना
प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग दरबार में एक भक्त ने इस बारे में प्रश्न किया कि क्या बिस्तर पर बैठकर नाम जप कर सकते हैं। जिसके जवाब में प्रेमानंद जी ने बताया कि आप ऐसा जरूर कर सकते हैं। नाम जप आप कहीं भी या किसी भी स्थिति में कर सकते हैं। लेकिन गुरु मंत्र का जाप कहीं भी और किसी भी स्थिति में नहीं करना चाहिए।
खासतौर पर, जिस बिस्तर पर गृहस्थ धर्म का प्रयोग होता है, इस बिस्तर पर भूलकर भी गुरु मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए। वहीं शौचालय में भी गुरु मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए। किसी भी तरह की अपवित्र स्थिति में गुरुमंत्र का जाप नहीं करना चाहिए। लेकिन नाम जप आप किसी भी स्थिति में कर सकते हैं। प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि शौचालय में भी नाम जप किया जा सकता है और बिस्तर पर भी नाम जप किया जा सकता है।