होम
कुंडली
टैरो
अंक ज्योतिष
पंचांग
धर्म
वास्तु
हस्तरेखा
राशिफल
वीडियो
हिन्दी न्यूज़
CLOSE

Raksha Bandhan Gifts: रक्षाबंधन पर बहनों को भूलकर भी ये गिफ्ट्स न दें भाई, बढ़ सकती है निगेटिविटी

By Astro panchang | Aug 05, 2025

किसी को गिफ्ट देना अपने प्यार का इजहार करने का सबसे अच्छा तरीका है। वहीं 09 अगस्त 2025 को रक्षाबंधन का त्योहार आ रहा है। रक्षाबंधन के मौके पर भाई-बहन एक-दूसरे को गिफ्ट देकर प्यार और स्नेह के साथ इस पर्व को मनाते हैं। लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, जिनको गिफ्ट करने पर दुर्भाग्य आता है या फिर रिश्ते में समस्याएं पैदा करने वाला माना जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन चीजों को गिफ्ट करने से बचना चाहिए।

परफ्यूम

रिश्तों का हमेशा महकते रहना बहुत जरूरी है। लेकिन जरूरी नहीं है कि आपके द्वारा गिफ्ट किया गया परफ्यूम सामने वाले व्यक्ति को पसंद आएगा। परफ्यूम सिलेक्शन बेहद निजी मामला होता है। कुछ लोगों का ऐसा मानना होता है कि कुछ सुगंधों में निगेटिव एनर्जी हो सकती है। जो व्यक्ति के सेहत या उनके औरा को प्रभावित कर सकती है। इसलिए किसी को गिफ्ट में परफ्यूम भी नहीं देना चाहिए।

कांच का सामान 

कांच के बर्तन गिफ्ट में देना अशुभ माना जाता है। क्योंकि कांच की नाजुकता को रिश्ते के साथ भी जोड़ा जाता है। माना जाता है कि जिस तरह से यह फ्रेजाइल यानी भंगुर होता है, ठीक उसी तरह से इसको गिफ्ट देने से आपका रिश्ता टूट सकता है।

घड़ियां

ज्योतिष में समय का संबंध कर्म के देवता शनिदेव से होता है। माना जाता है कि जन्म कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति बाधाएं और देरी ला सकती हैं। वहीं कई बार घड़ी गिफ्ट में देना उलटी गिनती के रूप में भी देखा जाता है। अगर घड़ी रुक जाती है, तो इसको रिश्ते के अंत के संकेत में भी देखा जाता है।

नुकीली वस्तुएं

आमतौर पर चाकू या कैंची जैसी वस्तुओं को अच्छा गिफ्ट माना जाता है। यह एक आम धारणा है कि नुकीली चीजें दुर्भाग्य ला सकती हैं और रिश्तों में दरार आ सकती है।

काले रंग के कपड़े

कई परंपराओं के मुताबिक काले कपड़े शोक, उदासी और नकारात्मकता से जुड़े माने जाते हैं। इस वजह से इस रंग के कपड़े गिफ्ट में नहीं दिए जाते हैं। माना जाता है कि इससे निगेटिव एनर्जी पैदा होती है। जोकि रिश्ते में दुख ला सकती है। इसलिए गिफ्ट में काले रंग के कपड़े या सामान देने से बचना चाहिए।
Copyright ©
Dwarikesh Informatics Limited. All Rights Reserved.