हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल कुल 12 अमावस्या तिथियां पड़ती हैं। वैसे तो हर अमावस्या तिथि का अपना खास महत्व होता है। लेकिन अमावस्या तिथि पर कोई शुभ काम नहीं किया जाता है। बता दें कि ज्योतिष में अमावस्या तिथि का विशेष स्थान माना जाता है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार अमावस्या पर राहु का प्रभाव अधिक रहता है। इसलिए भगवान शिव और शनिदेव की पूजा करना काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि शनिदेव का भी राहु पर प्रभाव होता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको अगस्त से दिसंबर तक पड़ने वाली अमावस्या की तिथियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
जुलाई से अगस्त तक अमावस्या लिस्ट
ज्येष्ठ का महीना भगवान हनुमान जी को समर्पित होता है। आमतौर पर अमावस्या तिथि पर हनुमान जी की पूजा नहीं की जाती है। क्योंकि माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी ने राहु से युद्ध के दौरान विश्राम किया था। लेकिन यह महीना हनुमान जी से संबंधित होता है। इस वजह से इस दिन हनुमान जी की पूजा की जा सकती है। आषाढ़ माह में किसी भी देवी-देवता की पूजा करना शुभ माना जाता है। वहीं श्रावण माह भगवान शिव को समर्पित होता है। साथ ही भाद्रपद महीना भगवान कृष्ण की पूजा करना शुभ माना जाता है।
श्रावण अमावस्या - 24 जुलाई 2025
भाद्रपद अमावस्या - 23 अगस्त 2025
सितंबर से दिसंबर तक अमावस्या लिस्ट
बता दें कि अश्विन माह जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु और सूर्यदेव को समर्पित होता है। इसलिए हर महीने की अमावस्या पर भगवान श्रीहरि और सूर्यदेव की पूजा करना शुभ माना जाता है। वहीं कार्तिक माह की अमावस्या पर दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है।
मार्गशीर्ष माह की अमावस्या पर शनि भगवान की पूजा करना फलदायी और सिद्धि देने वाला माना जाता है। वहीं पौष माह की अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त पूजा करना शुभ माना जाता है।
आश्विन अमावस्या - 21 सितंबर 2025
कार्तिक अमावस्या - 21 अक्टूबर 2025
मार्गशीर्ष अमावस्या - 20 नवंबर 2025
पौष अमावस्या - 19 दिसंबर 2025