हिंदू धर्म में मंदिर को मन की शांति प्रदान करने का एक अच्छा माध्यम माना जाता है। इसलिए लोग घरों के आसपास के स्थानों पर मंदिर बनवाते हैं। जिससे कि आसपास सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। लेकिन वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के आसपास मंदिर होना शुभ होता है या अशुभ, यह कई बातों पर निर्भर करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के पास में मंदिर का होना बहुत ज्यादा मायने रखता है। मंदिर से निकलने वाली सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव घर के वातावरण पर भी पड़ता है। जोकि निगेटिव और पॉजिटिव दोनों हो सकते हैं।
अगर घर के पास बना मंदिर सही दिशा और नियमों के अनुसार है, तो इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। लेकिन अगर मंदिर घर के बहुत पास या गलत दिशा में बना है, तो यह वास्तु दोष पैदा कर सकता है। वास्तु दोष होने पर पारिवारिक जीवन में बाधाएं और मानसिक तनाव आ सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि घर के पास मंदिर का होना शुभ या अशुभ कैसे फल देता है।
घर के पास मंदिर होना
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के आसपास मंदिर होने से घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है। इससे परिवार में सुख और शांति आती है। मंदिर में नियमित रूप से होने वाले मंत्रोच्चार, आरती और भजनों से घर का वातावरण पवित्र और शुद्ध होता है। साथ ही इससे नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है।
घर के आसपास मंदिर होने पर सदस्यों में मानसिक शांति बनी रहती है। जिससे तनाव कम होता है और आध्यात्मिक जागरुकता बढ़ती है। वहीं धार्मिक आयोजनों में भी शामिल होने का मौका मिलता है। इससे धार्मिक और सामाजिक जुड़ाव मजबूत होता है।
सकारात्मक ऊर्जा का होता है संचार
मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ, हवन, मंत्रोच्चार और आरती आदि होती है। जिससे कि आसपास सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। वहीं अगर आपके घर के आसपास भी मंदिर है, तो वहां की आध्यात्मिक शक्ति और पवित्रता वहां पर रहने वाले लोगों पर भी सकारात्मक असर डालती है।
मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति
घर के आसपास मंदिर होने से व्यक्ति की धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ जाती है। वहीं व्यक्ति के पास ध्यान और प्रार्थना के लिए पर्याप्त समय भी मिल जाता है। इससे मानसिक शांति बनी रहती है और आध्यात्मिक उन्नति भी होती है।
नकारात्मक शक्तियों से होती है रक्षा
वास्तु नियम के मुताबिक घर के आसपास मंदिर होता है, तो नियमित रूप से पूजा-अर्चना और हवन आदि होते हैं। जिससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इस वजह से घर के पास मंदिर होना शुभ माना जाता है।
सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव
बता दें कि मंदिर सिर्फ पूजा-अर्चना का स्थान नहीं है, बल्कि यह धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का भी केंद्र होता है। घर के पास मंदिर होने से व्यक्ति सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहता है। साथ ही व्यक्ति अपने समुदाय से जुड़ाव महसूस करता है। वहीं सत्संग और धार्मिक उत्सवों में भाग लेने से जातक को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि मिलती है। इससे न सिर्फ आपको मानसिक शांति मिलती है, बल्कि यह सामाजिक सहयोग और मेलजोल को भी बढ़ावा देता है।
वास्तु के अनुसार घर के पास मंदिर होना
जहां एक ओर घर के पास मंदिर होने के कुछ फायदे हैं, तो कुछ वास्तु कारणों से मंदिर के आसपास घर होने के कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं।
अगर घर के पास बड़ा मंदिर होता है तो वहां पर हर समय धार्मिक गतिविधियां होती रहती हैं। कई बार घर के पास मंदिर होने पर घर के लोगों को उनके दैनिक जीवन और कार्यों में भी बाधा पहुंचा सकता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि मंदिर का मुख्य द्वार या गर्भगृह घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने है, तो वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। इससे घर में आर्थिक समस्याएं, मानसिक तनाव और सेहत संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है
घर के आसपास बड़े मंदिरों में भक्तों की बहुत भीड़ होती है और इसका शोर घर के वातावरण पर पड़ सकता है। इससे घर में रहने वाले लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो सकती है।
घर के पास में मंदिर होने पर आजमाएं ये वास्तु उपाय
अगर आपके घर के आसपास मंदिर मौजूद है और किसी तरह का वास्तु दोष हो रहा है। तो आप कुछ आसान उपाय करके इसके दुष्प्रभावों को कम कर सकते हैं।
मंदिर के मुख्य द्वार के सामने घर होने पर किसी भी तरह के वास्तु दोष से बचने के लिए घर के मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा लगाना चाहिए।
मंदिर के ठीक पास घर होने पर नियमित रूप से पूजा-पाठ, हवन और मंत्रोच्चार करना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास बना रहता है।
मंदिर का यदि घर पर ऊर्जात्मक प्रभाव पड़ रहा है, तो घर के खिड़की दरवाजों पर हल्के रंग का पर्दा लगाना चाहिए। या फिर दीवारें ऊंची बनवाएं, जिससे ऊर्जा का संतुलन बना रहे।
घर के पास मंदिर की वजह से यदि अधिक भीड़ और शोरगुल होता है, तो आप घर में शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए योग और ध्यान करें। इससे मानसिक शांति बनी रहेगी।
ज्योतिष के अनुसार घर के पास मंदिर होना
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक मंदिरों के आसपास का जो क्षेत्र होता है, वह काफी पवित्र होता है। जिससे व्यक्ति का मन धार्मिकता की तरफ ज्यादा आकर्षित होता है। वहीं पुराणों में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि मंदिर के पास रहने से व्यक्ति को पुण्य लाभ प्राप्त होता है। हालांकि मंदिर से अधिक निकटता कुछ परिस्थितियों में अशुभ हो सकती है। ज्योतिषीय मान्यताओं के मुताबिक अगर व्यक्ति की कुंडली अशुभ ग्रहों से प्रभावित होती है और वह मंदिर के पास रहता है, तो उसको पूजा-पाठ करने की विशेष सलाह दी जाती है।
मंदिर घर के आसपास होना आपके लिए कई तरह से सकारात्मक हो सकती है। लेकिन अगर आपके घर पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव हो रहा है, तो आपको वास्तु नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।