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जानें सबसे बड़े सूर्य ग्रहण पर क्या करना चाहिए क्या नहीं

By Astro panchang | Jun 20, 2020

इस बार साल के सबसे बड़े दिन 21 जून को दुर्लभ खगोलीय घटना होगी। चंद्र ग्रहण के बाद जून के महीने का दूसरा ग्रहण यानि सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को लगने जा रहा है। रविवार आषाढ़ अमावस्या को वलयाकार सूर्य ग्रहण लगेगा। इसे कंकणाकार ग्रहण भी कहते हैं। यह सूर्य ग्रहण देश के कुछ भागों में पूरे रूप से दिखाई देगा। लेकिन प्रयागराज में यह 78 प्रतिशत नज़र आएगा। इस ग्रहण में सूतक काल मान्य है सूर्य ग्रहण को सबसे महत्वपूर्ण खगोलीय घटना के रूप मे देखा जाता है ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है। पौराणिक ग्रंथों में भी सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का जिक्र किया गया है, यहां तक की महाभारत में भी सूर्य ग्रहण का वर्णन आता है सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सूर्य ग्रहण में सूतक लगेगा जो की बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. ज्यदातर सूतक ग्रहण से 12 घंटे पूर्व लगता है और इसकी समाप्ति ग्रहण के समाप्त होने के बाद ही मानी जाती है।
 
सूर्य ग्रहण 21 जून की यानी रविवार की सुबह लगेगा इसलिए ग्रहण का सूतक काल 20 जून को शनिवार रात 21:52 बजे से शुरू हो जायेगा और 21 जून को 13:49 पर खत्म हो जाएगा। सूर्य ग्रहण 21 जून को दिन में 10:20 बजे शुरू होगा, इसका चरम दोपहर 12:02 बजे होगा और मोक्ष दोपहर में 3:04 बजे होगा। 
 
ग्रहण के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं
आमतौर पर जब भी किसी भी तरह का सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण लगता है ऐसे समय में ना ही बाहर जाना चाहिए और ना ही किसी भी तरह की शुभ गतिविधियां करनी चाहिए। साथ ही ग्रहण लगने से पहले ही भोजन बना कर खा लेना चाहिए। ग्रहण के समय ना ही भोजन खाना चाहिए और ना ही किसी भी तरह का भोजन बनाना चाहिए, साथ ही ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को घर से बाहर बिल्कुल भी नहीं निकलना चाहिए। यदि कोई गर्भवती महिला किसी भी तरह के ग्रहण के दौरान उसकी रोशनी में आती है तो उसकी सेहत और उसके बच्चे पर ग्रहण का काफी बुरा प्रभाव पड़ता है।
 
सूतक काल क्या होता है
मान्यता है कि ग्रहण से पूर्व वाला समय सूतक काल होता है साथ ही यह भी मान्यता है कि सूतक काल में किसी भी तरह का कोई भी धार्मिक या शुभ काम नहीं करना चाहिए  सूतक काल के समय मंदिर के कपाट और सभी तरह के पूजा-पाठ बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान अग्निकर्म भी नहीं किए जाते हैं कहा जाता है ऐसा करने से अग्निदेव नाराज होते हैं।
 
सूतक काल में न निकलें घर से
21 जून को दिन में ग्रहण लगने जा रहा है. 20 जून की रात से ही सूतक शुरू हो जाएगा। इसलिए जिस दिन से सूतक काल शुरू हो उसके बाद घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। इसका सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। 
 
ग्रहण के समय निकलने वाली ऊर्जा से बचें
जब भी सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण लगता है तो प्रत्येक ग्रह पीड़ित हो जाता है। ग्रहण के समय कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो जाती हैं जो की हर किसी पर बुरा प्रभाव डालती है इसलिए इस ऊर्जा और उसके प्रभाव से बचना चाहिए। क्योंकि ये ऊर्जा मनुष्य की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। इसलिए ग्रहण के बाद नहाना जरूर चाहिए।
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