होम
कुंडली
टैरो
अंक ज्योतिष
पंचांग
धर्म
वास्तु
हस्तरेखा
राशिफल
वीडियो
हिन्दी न्यूज़
CLOSE

5 जुलाई को होगा साल का तीसरा चंद्र ग्रहण जानिए कहां दिखाई देगा?

By Astro panchang | Jul 03, 2020

इस बार 5 जुलाई को एक बार फिर से चंद्र ग्रहण लगने वाला है। हालांकि ये साल का तीसरा चंद्र ग्रहण होगा। यानि अब 5 जुलाई को ग्रहण के दौरान चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ेगी। चंद्र ग्रहण सबसे देर तक उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका और अफ्रीका में नजर आएगा। इसके अलावा चंद्र ग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप और हिंद महासागर आदि इलाको में भी नजर आएगा। चंद्र ग्रहण का कुल वक्त 2 घंटे 45 मिनट का होगा।

आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण दिल्ली में दिखाई नहीं देगा क्योंकि चंद्रमा ग्रहण के दौरान क्षितिज के नीचे होगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण सुबह 8 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगा और 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्‍त होगा। समय की गणना स्थान के अनुसार एक 2 मिनट इधर-उधर हो सकता है कहीं पर ग्रहण 8:37 पर कहीं पर 8:38 पर प्रारंभ हो सकता है। ग्रहण की उपछाया स्पर्श 8.37 तक होगा। 

परमग्रास चंद्र ग्रहण 9:59 पर होगा और उपछाया या अंतिम समय स्पर्श 11:21 पर होगा। यह ग्रहण 2 घंटे 48 मिनट 24 सेकंड तक ग्रहण रहेगा। शास्त्रों की माने तो इसकी सूतक काल का प्रभाव भारत पर नहीं होगा। पर जो लोग सूतक काल मानते हैं और ग्रहण के समय होने वाली सावधानियों का पालन करना चाहते हैं तो वे अपने इस निर्णय को खुद ले सकते हैं। 

ग्रहण दक्षिण एशिया के कुछ हिस्‍सों में दिन के समय यूरोप अफ्रीका अफ़गानिस्तान, भूटान, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया चीन आदि देशों में दिखाई देगा। इसके बाद साल का चौथा उपछाया चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को लगेगा। यह एशिया, आस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। इन सभी उप छाया ग्रहणों में सूतक, नियम आदि इस बार नहीं होंगे।

हालांकि उपछाया चंद्र ग्रहण होने की वजह से इसे देख पाना कुछ हद तक मुश्किल होगा, क्योंकि पूर्ण चंद्रमा और ग्रहण के बीच ज्यादा अंतर नहीं होगा। बेशक ग्रहण के दौरान चंद्रमा का रंग स्याह पड़ने से इसे पहचाना जा सकता है।

सूतक काल में रखें यह ध्‍यान 
सूतक काल में व्यक्ति को शक नहीं रखना चाहिए आशंका रहित होकर ही कोई कार्य करना चाहिए। सूतक काल के दौरान होने वाली सावधानियों का पालन अवश्य करें अर्थात भोजन, शयन, मैथुन, खान पान, गर्भवती स्त्रियों का फल सब्जी आदि काटना सोना वर्जित है लेकिन अशक्‍त जन, बूढ़े, रोगी एवं बच्चे आदि खाने पीने की वस्तुओं में तुलसी या कुशा रखने के बाद इनका सेवन कर सकते हैं।
Copyright ©
Dwarikesh Informatics Limited. All Rights Reserved.