इस साल 2023 में 28 सितंबर को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पड़ रही है। इस तिथि का समापन आज यानी की 29 सितंबर को होगा। वहीं भाद्रपद पूर्णिमा तिथि यानी की 29 सितंबर से पितृपक्ष की भी शुरूआत हो रही है। बता दें कि हिंदू धर्म में भाद्रपद पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको पूर्णिमा व्रत और दान आदि का शुभ मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं।
भाद्रपद पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि की शुरूआत 28 सितंबर शाम 06:49 मिनट से हुई है। वहीं 29 सितंबर दोपहर 03:26 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का समापन होगा। ऐसे में 29 सितंबर को दान-पुण्य करना शुभ रहेगा। बता दें कि पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को अतिप्रिय होता है। वहीं आज वृद्धि योग, सर्वाथ सिद्धि योग, अमृत योग और ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है।
भाद्रपद पूर्णिमा व्रत पूजा विधि
भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी स्नान आदि कर पीले वस्त्र धारण करें। फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान सत्यनारायण की विधि-विधान से पूजा करें व कथा सुनें। इसके बाद भगवान सत्यनारायण को पंजीरी, पंचामृत और चूरमें का भोग अर्पित करें और परिवार के सदस्यों व आसपास के लोगों को भगवान सत्यनारायण का प्रसाद वितरित करें। साथ ही पूर्णिमा के दिन गरीबों व जरूरतमंदों को दान करें।
भाद्रपद पूर्णिमा का महत्व
हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना जाता है। पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा-अर्चना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से पितृपक्ष भी शुरू हो गया है। इस दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है।