हाथ की रेखाओं से भी व्यक्ति के भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। हथेली में जीवन रेखा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि जीवन रेखा में व्यक्ति की उम्र का राज छिपा होता है। बता दें कि हाथ में मौजूद जीवन रेखा से ही जातक के जीवन के बारे में पता चलता है। जीवन रेखा हर व्यक्ति के हाथ में पाई जाती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से व्यक्ति जीवन रेखा से पता चलता है कि व्यक्ति का जीवन कैसा रहेगा।
लंबी और दोष रहित रेखा
जब हाथ में लंबी और दोष रहित जीवन रेखा पाई जाती है, तो व्यक्ति अपनी पूरी उम्र जीता है। यानी की जब कलाई तक जीवन रेखा पहुंचती है, तो इस रेखा को उत्तम जीवन रेखा कहा जाता है। लेकिन जब यह रेखा कहीं से टूटी या कटी होती है, तो यह किसी दुर्घटना की ओर इशारा करती है। जीवन रेखा से निकलने वाली सहायक रेखाएं अगर ऊपर की तरफ जाती हैं, तो इसको काफी शुभ मानी जाती है। हथेली की यह रेखाएं जीवन में मिलने वाली उपलब्धियों और तरक्की के बारे में बताती हैं।
आखिरी में दो भागों में विभाजित रेखा
जीवन रेखा के आखिरी में जब यह दो भागों में बंट जाती हैं, तो व्यक्ति को अपने जीवन के आखिरी क्षणों में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे जातकों का बुढ़ापा बहुत अच्छे से गुजरता है। इन लोगों को किसी तरह का कोई कष्ट नहीं होता है। लेकिन ऐसे जातक अपने जन्मस्थान से दूर रहते हैं और इनको परिवार का सुख प्राप्त होता है। इन जातकों को समाज में अच्छा-खासा सम्मान प्राप्त होता है।
अधूरी जीवन रेखा
अगर हथेली में जीवन रेखा अधूरी होती है, तो इसका अच्छा नहीं माना जाता है। जीवन रेखा के साथ चलने वाली अगर कोई सहायक रेखा है, तो इसको काफी अच्छा माना जाता है। ऐसे में जातक के जीवन में उसको कोई गंभीर रोग होता है, तो यह रेखा उसके दुष्प्रभावों को कम कर देती है और जीवन में परेशानी नहीं आने देती है।