हर व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहता है। हालांकि कर्म के बिना कुछ संभव नहीं होता है। लेकिन फिर भी हस्तरेखा शास्त्र के जरिए हाथ की लकीरों से जाना जा सकता है कि व्यक्ति का जीवन कैसा होगा। हथेली में स्थित भाग्य की रेखा अन्य रेखाओं की तुलना में विशेष महत्व रखती हैं। वहीं यदि किसी व्यक्ति के हाथ में भाग्य रेखा शुभ होती है, तो ऐसा व्यक्ति जीवन में धन, संपदा और प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। लेकिन यदि भाग्य रेखा अशुभ होती है, तो व्यक्ति की जीवन कष्ट में बीतता है।
कहां होती है भाग्य रेखा
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक व्यक्ति के हाथ में कऩिष्ठा उंगली के नीचे एक प्रमुख रेखा होती है, जिसको धन रेखा या मनी लाइन कहा जाता है। अगर किसी व्यक्ति के हाथ में यह रेखा स्पष्ट और गहरी होती है, तो ऐसे जातक को हमेशा दूसरों से सहायता मिलती है और इनका हर कार्य सुगमता से संपन्न होता है। यह रेखा संकेत देती है कि भविष्य में जातक के पास प्रचुर धन होगा और वह प्रसिद्धि भी प्राप्त करेंगे।
धन की नहीं होती है कमी
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यदि यह रेखा मध्य में टूटी नहीं है तो यह शुभ फल देने वाली होती है। वहीं ऐसे जातकों को धन, स्वास्थ्य, ज्ञान, प्रतिभा और प्रेम की जीवन में कोई कमी नहीं होती है। लेकिन जिन जातकों की हथेली में यह रेखा टूटी-फूटी होती है, वह निर्धन, दरिद्र और दुखी रहते हैं। मणिबंध से लेकर शनि के स्थान तक पहुंचने वाली भाग्य रेखा को समृ्द्धि, बुद्धिमता और शुभ-सौभाग्य देने वाली मानी जाती है।