हस्तरेखा शास्त्र एक प्राचीन विधा है। हम सभी की हथेलियों में कई रेखाएं ऐसी होती हैं, जो जीवन से जुड़ी कुछ अहम रहस्यों को उजागर करती हैं। खासकर महिलाओं के लिए हथेली की यह रेखाएं उनके करियर, स्वास्थ्य, रिश्तों और मातृ्त्व जैसे पहलुओं के बारे में जानकारी देती हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि महिलाओं की कौन सी हथेली पढ़नी चाहिए और हथेली की रेखाओं के जरिए आप अपने जीवन के किन पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
महिलाओं की कौन सी हथेली देखी जाती है
महिलाओं के बाएं हथेली का अध्ययन किया जाता था। क्योंकि यह जन्मजात गुणों और पारिवारिक प्रभाव को दिखाता है। हालांकि अब जब महिलाएं हर क्षेत्र में सक्रिय हैं, तो दाहिनी हथेली को भी महत्व दिया जाता है। महिलाओं की दाहिनी हथेली वर्तमान जीवन, निर्णयों और कर्मों के बारे में बताती है। हस्तरेखा शास्त्र में दोनों हथेलियों का विश्लेषण किया जाता है। जिससे कि जीवन के बारे में हर बात पता लगाई जा सके।
जीवन रेखा
अंगूठे के आधार के चारों ओर अर्धवृत्त बनती रेखा जीवन रेखा होती है। यह जीवन शक्ति, सेहत और चुनौतियों से निपटने की क्षमता को दिखाती है। एक साफ और गहरी जीवन रेखा ऊर्जावान स्थिर जीवन की तरफ संकेत करती है। वहीं यह जीवन रेखा टूटी-फूटी या कटी होती है, तो इसका मतलब है कि आयु कम है।
प्रेम और विवाह रेखा
वहीं छोटी उंगली के नीचे हृदय रेखा के ऊपर छोटी क्षैतिज रेखाएं प्रेम और विवाह की रेखा मानी जाती है। यह रेखाओं रिश्तों की चुनौतियों और मजबूती को दिखाती हैं। एक साफ और मजबूत रेखा सुखी वैवाहिक जीवन का संकेत देती है। जबकि अगर यह रेखा टूटी-फूटी है, तो यह रिश्तों में मुश्किलों या बदलावों का संकेत हो सकती हैं। यह रेखाएं आपकी भावनात्मक अनुकूलता के बारे में बताती हैं।
संतान रेखा
छोटी उंगली के आधार के पास और विवाह रेखा के ऊपर जो पतली ऊर्ध्वाधर रेखाएं होती हैं, उनको संतान रेखा कहा जाता है। यह बच्चों की संभावना, उनकी संख्या और मातृत्व से जुड़े अनुभवों को दर्शाती हैं। यह रेखाएं जितनी गहरी और मजबूत होती हैं, बच्चों के साथ उतना ही मजबूत रिश्ता बनता है। वहीं हल्की रेखाएं मातृ्त्व में चुनौतियां दिखाती हैं।