शुक्रवार के दिन जगत जननी आदि शक्ति मां दुर्गा की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की सातवीं शक्ति स्वरूप महाकाली हैं। मां काली को भद्रकाली, भैरवी, रुद्रानी, चामुंडा, महाकाली भी कहा जाता है। मां दुर्गा का काली स्वरूप अत्यंत उग्र है, लेकिन वह अपने भक्तों पर अपार कृपा दृष्टि बरसाती हैं। उनकी कृपा से जातक के जीवन में व्याप्त सभी तरह के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। ऐसे में शुक्रवार के दिन जो भी जातक श्रद्धाभाव से मां काली की पूजा करते हैं, उनके सभी दुख दूर हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप भी मां काली की कृपा पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन मां काली के चमत्कारी मंत्रों का जाप करना चाहिए। इन मंत्रों का जाप करने से सभी तरह के दुख, कष्ट और काल दूर हो जाते हैं।
मां काली के मंत्र
ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा॥
काली मंत्र
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं॥
काली बीज मंत्र
ॐ क्रीं काली
तीन अक्षरी काली मंत्र
'ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं'
पांच अक्षरी काली मंत्र
ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्
सप्ताक्षरी काली मंत्र
ॐ हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा
मां काली का मंत्र
ॐ श्री कालिकायै नमः
काली मां का मंत्र
”ॐ हरिं श्रीं कलिं अद्य कालिका परम् एष्वरी स्वा:”
दक्षिणकाली मंत्र
ह्रीं ह्रीं ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं॥
क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा॥
ॐ ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥
ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके स्वाहा॥
पूजा हेतु काली मंत्र
”कृन्ग कृन्ग कृन्ग हिन्ग कृन्ग दक्षिणे कलिके कृन्ग कृन्ग कृन्ग हरिनग हरिनग हुन्ग हुन्ग स्वा:”
काली गायत्री मंत्र
“ॐ महा काल्यै छ विद्यामहे स्स्मसन वासिन्यै छ धीमहि तन्नो काली प्रचोदयात”
महाकाली बीज मंत्र
ॐ क्रीं कालिकायै नमः